मित्रो मेरा नाम सुरेश है और मै पंजाब का रहने वाला हु. आज मै आपको मेरे मित्र के साथ घटी एक सच्ची घटना के बारे मे बताने जा रहा हु. मेरे मित्र का नाम दीपक है और हम बचपन से ही बहुत अच्छे दोस्त है और हमारी हम एक दुसरे से सारी बात शेयर करते है.
हम जब कॉलेज में आये थे। तब दीपक सगाई हो गयी थी. वो उसकी मंगेतर से, जिसका नाम हिना था , से बहुत प्यार करता था और वो दोनों रात भर मोबाइल पर बाते करते रहते है. एक दिन की बात है। उसने मुझे बताया कि वो उसकी मंगेतर से रात को बात कर रहा था.
दीपक ने उसकी मंगेतर को मिलने के लिए बोला। तो उसकी मंगेतर बदली हुई आवाज में बोली तू ज्यादा मत बोल वरना तेरको वही दफन कर दूंगी.
दीपक एक बार तो ये सुनकर चौंक गया और फिर सोचा वो शायद मजाक कर रही होंगी. फिर दीपक भी उसको मजाक में बोला क्या कर लेगी तू मेरा चल देखते है। तो वो फिर बोली आज रात देख तेरे साथ क्या होता है. यह कहकर उसने मोबाइल रख दिया.
अगली सुबह जब दीपक मुझसे मिला तो वो अपनी कल रात की बाते बताने लगा. उसने मुझे रात को फ़ोन वाली बात बताई और उस रात उसके साथ जो हुआ वो उसने मुझे से बताया. उसने बताया कि रात को 1-2 बजे के आस पास अचानक उसकी नींद खुली और उसके सामने एक काला लम्बी दाढी वाला आदमी बैठा था.
वो बोलने लगा ले आ गया मै अब देख तेरे साथ क्या होता हू. उसने दीपक का गला पकड़ लिया उससे मेरी साँसे रुक गयी. दीपक ने उसी वक्त के सामने अल्लाह का नाम लेते हुए नमाज पढना शुरू कर दिया और वो उसके सामने से गायब हो गया.”
मुझे उसकी बात सुनकर बड़ा आश्चर्य हुआ कि ऐसे कैसे हो सकता है. उसके अगले दिन दीपक ने फिर अपनी मंगेतर से मोबाइल पर बात की और बोला कल रात तुम मुझे क्या अनाब शनाब बोल रही थी.
उसकी मंगेतर ने कहा ऐसा कैसे हो सकता है लेकिन कल तो मैंने फोन ही नहीं किया था. ये सुनकर दीपक के रौंगटे खड़े हो गए और उसने तुरंत फ़ोन काट दिया.
उसी वक्त दीपक ने मुझे फ़ोन किया कि उसकी मंगेतर की तबीयत ख़राब है और कल उसके घर पर चलना है। अगले दिन हम दोनों तैयार होकर दीपक की मगेतर के घर गए. वहा हमने दरवाज़ा खटखटाया तो उसकी मगेतर सामने खडी थी और बदली हुई आदमी की आवाज़ में बोल रही थी कि तू फिर आ गया ना , तूने अगर अंदर कदम रखा तो यही पर तेरी अर्थी निकाल दूँगा.
फिर उसके सालो ने दीपक के सर पर पट्टी बांधी. हिना के दादाजी ने बताया कि हिना को जिन्न का साया लग गया है. इस पर दीपक के ससुर ने उन्हें अपना मुह बंद रखने को कहा. थोड़ी देर रुककर हम वहा से सीधे अस्पताल जाकर ढंग से पट्टी करवाई.
उसके अगले ही दिन मुझे दीपक का फ़ोन आया कि हिना की तबीयत बहुत खराब है और वो अस्पताल में भर्ती है. दीपक ने बाइक निकाली और हम दोनों जल्दी अस्पताल पहुचे.
वहा पर पहुचते ही हमने डॉक्टर से हिना की हालत पूछी तो उन्होंने बताया कि उसकी हालत बहुत नाजुक है।कौन सी बीमारी है वो पता नहीं चल पा रहा है और उसके घर वालो को डॉक्टर ने दीपक को घर ले जाने को कहा.
सभी हैरान थे। कि ऐसी क्या बीमारी है। जिसका इलाज डॉक्टर के पास भी नहीं है. फिर उसके घर वाले हिना को घर ले आये. हिना ने दीपक को बुलाया और कहा कि मै अब ज्यादा दिन जिन्दा नहीं रह पाउंगी और तुम किसी अच्छी लडकी से शादी कर लेना.
ये सुनकर दीपक की आँखों में आसू आ गये और बोलने लगा कि मै तुम्हे मरने नहीं दूँगा. फिर हिना के दादाजी ने उसको एक बाबा के पास ले जाने को कहा. हम उसको बाबा के पास ले गए और बाबा ने बताया कि इसको एक बुरे जिन्न ने जकड़ लिया है।
जिसकी वजह से वो इसके शरीर को नुकसान पंहुचा रहा है । अब बहुत देर हो गयी है. बाबा ने बताया कि इसका एक ही इलाज है। यहा से 100 किमी दूर एक दरगाह है। वहा इसका इलाज हो सकता है.
और बाबा ने बताया कि इसके साथ वही इन्सान जाएगा जिसे वो सबसे ज्यादा चाहती है. दीपक ने कहा कि मै चला जाऊँगा ,मुझे बाइक भी चलाने आती है. रात के 2 बजे दीपक और हिना दोनों बाइक पर निकल पड़े. लेकिन आधे घंटे बाद किसी का फ़ोन आया कि दीपक और हिना का एक्सीडेंट हो गया है और वे मारे गए है. ये सुनकर मेरा रो रोकर बुरा हाल हो गया. मेरा सबसे करीबी दोस्त अब इस दुनिया में नहीं रहा
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