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नाग पंचमी का रहस्य || Horror New Story 2021


 


आज एक बात मैं आप लोगों को बताने जा रही हूं । जो बात सुनकर आप भी दंग रह जाओगे। एक समय की बात है। जब हम लोग नए-नए कपड़े पहन कर बगिया में झूला झूल रहे थे. और हमारे गांव के लड़के पेगां मार रहे थे। (क्योंकि वह सावन का महीना था) नीचे बैठी हुई औरतें बच्चे सब हंसी खुशी गाना गा रहे थे. और छोटे-छोटे बच्चे तो नाच भी रहे थे। क्योंकि इस को भारत में बहुत बड़ा त्योहार माना जाता है।

हम लोग कपड़े की गुड़िया गुड्डा बनाते हैं. और सारे भाई मिलकर उसे पीटते हैं। इस दिन गुजिया-गुलगुला पूरी कचोरी आदि तरह के नए-नए पकवान बनाए जाते हैं. और सारी लड़कियां इस दिन अपने ससुराल से मायके आ जाती हैं। पूरे दिन हम लोग बगिया में पेड़ पर झूला डालकर झूलते हैं। एक टोली के बाद दूसरी टोली झूला झूलने के लिए तैयार रहती है।

यह तब की बात है। झूलते-झूलते दोपहर हो गई। अब नीचे बैठी औरतें अपने-अपने घर खाना खाने चली गई. और तीन या चार लड़के और लड़कियां ही बचे हुए थे। उसी समय हमारी 4 सहेली झूले पर बैठ कर झूला झूल ही रही थी।

जब कुछ लड़के अचानक वहां पर आ गए. और बोले कि आप लोग भी घर जाकर खाना खाकर आओ। तब तक मैं आपकी बहनों को झूला झूला रहा हूं। जो 3 लड़के बच्चे थे। वह भी अपने घर चले गए और बोला कि थोड़ी देर में आ जाऊंगा। तब तक आप लोग इनके साथ झूला झूलो।

3 सहेलियां झूला झूलने में व्यस्त थी. और गाना भी गा रही थी। उसी समय मेरी एक सहेली ने बोला कि इनमें से एक लड़का जो पेगा मार रहा है। कभी उसका सिर आगे आता है.और कभी उसका पेट हमको तो यहां तक लगता है । कि कभी-कभी उसका दांत भी बाहर आ जाता है ।हमने बोला कि तुम बहुत थक गई हो। इसीलिए तुमने ऐसा दिख रहा है।

कोई ने उसकी बातों पर विश्वास ही नहीं किया। तब तक मेरी दूसरी सहेली ने भी यही बोला। तो मैंने बोला भैया आप लोग झूला रोक दो। हम लोग शाम को झूलेंगे। तभी वह लोग जोर-जोर से हंसने लगे.

और बोला आप चारो सहेलियां अब मेरे साथ मेरी दुनिया में चलो। इतना सुनकर हम लोग जोर-जोर से रोने और चिल्लाने लगे। तभी वहां पर एक माली काका आ गए। और उन्होंने हम लोगों को देखा तो सारी बातें समझ गए। और जोर-जोर से महा मृत्युंजय का जाप करने लगे और माताजी का जयकारा लगाने लगे।

तभी वो लड़के कहां गायब हो गए आज तक मुझे पता ही नहीं चला। कि वे प्रेत थे या फिर कोई और। हम लोग तो माली काका के साथ घर पर वापस आ गए। आज भी जब नाग पंचमी का दिन आता है। तो हम लोग बहुत सिहर जाते हैं । कि कहीं वैसा दुबारा हमारे साथ ना हो जाए। लेकिन ऐसा हादसा उस दिन के बाद कभी दोबारा नहीं हुआ । भगवान का शुकर है।

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