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वो कौन थी || Bhutiya Ghar || 2021 ||


 


कहा जाता है कि मोहब्बत में व्यक्ति किसी भी हद तक जा सकता है। और इसमें वो हर तरह की गलतियां कर बैठता है,हमने आपने मोहबत में पागल हो चुके कई व्यक्ति को देखे होंगे जो मोहबत में अपनी जान दे बैठते हैं।लेकिन आज मैं आपको एक ऐसा किस्सा सुनाने जा रहा हूँ जिसके बारे में शायद हीं आप कभी सुने होंगेये किस्सा एक ऐसा किस्सा है जो बाकी सभी से बिल्कुल हट कर है जो अपने आप के एक ऐसा डरावना रहस्य समेटे हुए है जिसे सुनने के बाद हीं आप इसे महसूस कर सकेंगे।।

मेरी ये कहानी आपत्तिजनक न हो इसलिए मैं इसमे उस जगह का नाम अंकित नही करूँगा


बाहर से दौड़ हाँफता हुआ आकाश अपनी माँ के सिराहाने आकर बैठ जाता है और कहने लगता है कि माँ मुझे बहुत तेज़ भूख लगी है जल्दी से कुछ खाने के लिए दो।

इससे पहले तो आज तक तुझे इतनी तेज भूख नही लगी पर आज क्या बात है माँ आकाश से कहती है।

और खाना लाकर आकाश को देती है। आकाश जल्दी जल्दी खाना खाकर फिर बाहर जाने लगता है। माँ पूछती है अरे अभी तो तुम आये हो बाहर से फिर क्या काम आन पड़ा और अब थोड़ी देर में शाम होने वाली है और तेरे पिताजी भी घर पर नही हैं वो शहर गए हुए हैं और तुम इतनी रात तक बाहर रहोगेजानते हो न कि इस गांव के जंगल कितने खतरनाक हैं और फिर भी तुम बाहर जा रहे हो।।

आकाश अपनी माँ से कहता है किठीक है तुम परेशान मत हो मै ज्यादा देर नहीं लगाऊंगा जल्दी बापस आ जाऊंगा यह कह आकाश घर से निकल जाता है।

आकाश अपने दोस्तों से बातचीत कर जब दूसरे गांव से अपने घर की ओर लौटने लगता है तो वहीं गांव से थोड़ी दूर तालाब के पास आकाश को एक लड़की बैठी हुई दिखती है। आकाश सोचता है कि शाम में इस तालाब के पास अकेली लड़की यहाँ क्या कर रही है शायद मुझे उससे पूछना चाहिए।और यह सोच आकाश उस तालाब के पास चला जाता है।Bhutiya Ghar

उस लड़की को करीब से देख आकाश का होश उड़ जाता है क्योंकि वो लड़की बेहद खूबसूरत थी। और आकाश को वो लड़की पसन्द आ जाती है। 


आकाश उस लड़की से उसका नाम पूछता है तो वो लड़की अपना नाम मोनिका  बताती है और तुरंत हीं उठ कर वहां से चली जाती है


आकाश उसे रोकना चाहता है लेकिन फिर वह कुछ सोच कर उसे नही रोकता है।

धीरे धीरे अब रात होने वाली थी इसीलिए अब आकाश भी अपने घर को लौट जाता है।

उस रात आकाश को नींद नही आईबस आकाश के मस्तिष्क में उस लड़की का खूबसूरत सा चेहरा घूम रहा था क्योंकि आकाश को पहली नज़र में हीं उससे प्रेम हो चुका था।

अब आकाश को सिर्फ यही प्रतीक्षा थी कि कब शाम हो और मै उससे मिलने जाऊं…..।।।

जब दिन  ढला और जब शाम हुई तो आकाश फिर से जाने लगाआकाश को बाहर जाते देख उसकी माँ पूछती है कि तुम शाम को ही बाहर क्यों जाते होजानते हो न कि अभी तुम्हारे पिताजी भी यहाँ नही हैं कभी कभार महीने में वो एक बार आ जाते हैं अगर तुम्हारे साथ कुछ गलत हुआ तो मैं अकेली क्या करूँगी


आकाश कहता है कि कुछ नही माँ बस मैं अपने दोस्तों से मिलकर थोड़ी देर में आ जाऊंगा और यह कह वो फिर घर से निकल जाता है।Bhutiya Ghar

आकाश फिर गांव से बाहर उसी तालाब के पास जाता है और वो देखता है कि वो लड़की वहीं गुमसुम अकेली बैठी हुई है।

आकाश उस लड़की के करीब जा कर इदर उधर की बातें कर उसे रिझाने लगता हैवो लड़की जिसका नाम मोनिका था वो भी आकाश से बातचीत करने लगती है।

धीरे धीरे दोनों के बीच प्रेम बढ़ने लगता है और वो दोनों एक दूसरे को बेहद चाहने लगते है।

आकाश हर रोज अपनी माँ से झूठ कह जंगल पार कर दूसरे गांव मोनिका से मिलने जाता था और ये सिलसिला काफी दिनों से चल रहा था। और एक दिन जब दोनों तालाब के पास बैठे हुए थे तो गांव के एक व्यक्ति ने उन्हें देख लिया और वो जाकर ये बात मोनिका के पिताजी को कह आया।।

अगले दिन जब आकाश मिलने के लिए उस तालाब के पास गया तो वहाँ मोनिका नही थी।

आकाश घबरा गया उसे लगा कि आखिर ऐसी क्या बात हो गयी कि वो नही आई , आकाश ये बात जानने के लिए उस गाँव के भीतर चला गयागांव के गुस्साए लोगों ने अचानक हि आकाश पर हमला कर दियाआकाश कुछ लोगों को अपने पीछे आते देख जंगल की ओर भागने लगा और आकाश एक घनी झाड़ियों में छूप गया


वे लोग काफी देर तक आकाश को ढूंढते रहे लेकिन फिर वे चले गए।।।

उनके जाने काफी देर बाद आकाश झाड़ियों से निकलालेकिन अब रात हो चुकी थी। जंगल में काफी अंधेरा और सन्नाटा पसरा हुआ था।

आकाश को थोड़ा डर लग रहा था कि इसी बीच अचानक उसे कुछ आवाजें सुनाई दी जो जंगल से आ रही थी।

आकाश सहम सा जाता है उसे लगता है कि आज गांव वाले मेरे पीछे क्यों पड़े थे और वो मोनिका कहाँ गयीऔर ये जंगल से आ रही आवाज़ कैसी है शायद मुझे वहाँ जाकर देखना चाहिए।।    

और आकाश जंगल से आ रही आवाज़ की ओर बढ़ने लगता है,वहाँ पहुँच कर वो एक पेड़ के पीछे छिप जाता है और देखने लगता है।


आकाश अपने सामने जो देखता है तो उसके होश उड़ जाते हैं। आकाश देखता है कि वहां दो आदमी थे जिनके पास मोनिक की लाश थी  और वो उस लाश को एक गड्ढे में दफन कर रहे थे।

आकाश अंदर ही अंदर रोने लगता है उसे लगता है आखिर मोनिका को कौन मारा और क्यों और ये लोग कौन हैं जो मोनिका के लाश को सबसे छिपा कर जलाने के बजाए ऐसे दफन कर रहे हैं।।

ये देख आकाश को बहुत गुस्सा आ रहा था लेकिन वो कर भी क्या सकता था।

लाश को दफ़न कर जब वो चले जाते हैं तो उसके बाद आकाश उस कब्र के पास जाता है।

मोनिका के कब्र को देख आकाश रोने लगता है क्यों कि वो मोनिका से बेहद प्यार करता था। आकाश उस वक्त इतना बेचैन था कि उसे अपने घर जाने बारे में भी ख्याल नही आ रहा था।

वक्त गुजरा जा रहा था रात और गहरी होती जा रही थी।

लेकिन आकाश मोनिका के कब्र को बस निहारे जा रहा था शायद उसके याद में खो चुका था।

लेकिन तभी अचानक आकाश उठता है और पेड़ से एक मोटी टहनी तोड़ कर कब्र को फिर से खोदने लगता है।

काफी देर खोदने के बाद मोनिका की लाश दिखने लगती है।


आकाश मोनिका की लाश को कब्र से बाहर निकाल लेता है और उस अंधेरी रात में उसे उठा कर अपने घर को ले आता है।

और अपने घर के बगल एक छोटी सी झोपड़ी में उस लाश को रखकर ढक देता है।

उसके बाद जब आकाश अपने घर के अंदर जाता है तो उसकी माँ आकाश की हालत देख चॉक जाती हैआकाश की आँखों से आँशु बह रहा था और पूरा शरीर मिट्टी से गंदा हो चुका था।

उस रात आकाश की चिंता में उसकी माँ भी रात भर नही सोई थी और उसके बाद आकाश की ये दसा देख वो औऱ भी ज्यादा चिंता में पड़ जाती है।

माँ ने आकाश से सारी बातें पूछी की आखिर ये सब तुम्हारे साथ कैसे हुआ।।

अब आकाश अपनी माँ से कुछ  छीपाना  नही चाहता था इसीलिए आकाश ने अपनी सारी आपबीती अपनी माँ को बता दी…..।।

माँ ने आकाश से पूछा कि क्या सच मे तूने उस लाश को यहां ले आया है। तो आकाश ने कहा कि हाँ मै उससे बहुत प्रेम करता हूँ इसीलिए मैंने लाश को लाकर अपनी बगल वाली झोपड़ी में रख दिया हूँ।


आकाश मोनिका कि लाश को जीवित करना चाहता था जो कि असम्भव था।

उसकी माँ ने भी आकाश को बहुत समझया की  तुम इस लाश को जाकर कहीं दफन कर दो ,क्यों कि एक लाश को साथ रखना बहुत खतरनाक होता है तुम अभी जाकर इस लाश को दफ़न कर आओ।।।

आकाश ने कहा कि मैं हरगिज ऐसा नही करूँगा।।

माँ समझ चुकी थी कि आकाश उसकी याद में गलत सही की पहचान नही कर पा रहाउसकी माँ को एक तरकीब सूझी उसने आकाश से जाकर कहा कि ठीक है हम दोनों नही दफ़न करेंगे उस लाश को लेकिन अब काफी रात हो चुकी है चल कर अभी सो जाते हैंसुबह देखेंगे कि आखिर क्या करना है इस लाश को…..

रात के 2 बज रहे थे नींद तो किसी को भी नही आ रही थी ना हीं आकाश को ना हीं उसकी माँ को……

लेकिन माँ ने देखा की आकाश जब धीरे धीरे सोने लगा तो वो चुपके से घर से बाहर निकल जाती है और उस झोपड़ी में चली जाती है जिसमे मोनिका की लाश थी।

जब सुबह हुई और जैसे ही आकाश की आँखें खुली तो वो सीधा उस झोपड़ी की तरफ भागा उस लाश को देखने के लिए , लेकिन जैसे ही वो वहां पहुंचा तो सामने वो मोनिका की नही बल्कि अपनी माँ की लाश को देखता है। 


आकाश के  पैर तले जमीन खिसक जाती है उसे अपनी आंखों पर यकीन नही आता , क्यों कि जहां उसने मोनिका की लाश रखी थी वो वहां नही थी वहां सिर्फ  आकाश की माँ की लाश पड़ी थी वो भी बहुत बुरी अवस्था मे खून से लथपथ


आकाश बहुत रोने लगता है और ये खबर जब उसके पिताजी को जाती है तो वो भी गांव आ जाते हैं।

आकाश जब अपनी माँ को अग्नि देता है तो उसे काफी अफसोस हो रहा था उसे लगा कि शायद मैं उस दिन उस लाश को यहाँ नही लाता तो आज मेरी माँ जीवित होती।।

इस घटना के बाद आकाश काफी खोया खोया रहता था। तो उसे पिता ने उससे पूछा कि क्या बात है तुम इतने चिंतित क्यों हो , जो होना था सो हो गया अब चाहकर भी हम इसे बदल नही सकते , छोड़ो ये सबकुछ अब चलो इस गांव से शहर चलते हैं क्यों की ऐसे भी अब कुछ नही बचा यहाँ।।।।

आकाश अपने पिताजी से कहता है की ठीक है मैं थोड़ी देर में आता हूँ।

और आकाश लोगों से छिपता हुआ जंगल की तरफ भागता है जहां मोनिका की लाश दफ़न हुई थी।

वहां पहुंच कर आकाश देखता है की यहां तो सबकुछ सामान्य हैकब्र बिल्कुल वैसी हीं थी जैसे पहले थी ।।वहां कुछ भी मिट्टी इधर उधर बिखरी हुई नही थी।

आकाश को कुछ समझ नही आ रहा था कि आखिर ये उसके साथ क्या हो रहा है।

आकाश जानता था कि अगर वो सच पता करने उस गाँव मे जाता तो शायद वे लोग आकाश जीवित नही छोड़तेलेकिन फिर भी अपनी जान की परवाह किये बिना वो उस गाँव में प्रवेस कर गया।।


उस गांव में अंदर आकर उसने देखा कि यहां सबकुछ सामान्य है। उसे कोई भी नही घूर रहा मानो जैसे इसे कोई जानता भी न हो।।

आकाश समझ चुका था कि अगर ये लोग हमें जानते तो हमारे गांव भी तो आ सकते थे लेकिन वे नही आयेक्या ये सबकुछ मेरे मन का वहम था।।

आकाश ने उस गांव में अपने दोस्तों से उस मोनिका नाम की लड़की के बारे में पूछने लगातो उसके दोस्तों ने कहा कि नही तो ऐसी तो कोई लड़की इस गांव में नही रहती और जहाँ तक उसके मरने की बात है तो ये गांव इतना छोटा है कि अगर कुछ भी होगा तो हमें ज़रूर पता होगा।।

आकाश समझ चुका था कि वो किसी आत्मा के चक्कर में पड़ चुका था। 

उस दिन के बाद आकाश अपने पिताजी के साथ शहर चला गया ,लेकिन आज भी मोनिका की आत्मा उसे ख़्वाब में दिखती है


और कभी कभी उसे यह महसूस होता है  कि रातों को कोई उसके बगल सोया रहता है।।

अपनी पूरी आपबीती आजतक उसने अपने पिताजी को नही बताया क्योंकी सच जानने के बाद शायद उसे पिता उसके मा के मौत का कारण आकाश को समझते इसी डर से आकाश ने उन्हें कुछ नही बताया।।

शायद ये घटना उतनी डरावनी न लगे क्यों कि जिस तरह की घटना हमें आकाश ने सुनाई बस वही मैंने आपलोगों के समछ प्रस्तुत किया हूँ। 

इस पूरी घटना सुनने के बाद मुझे ऐसा लग की शायद ऐसा हो सकता है कि आकाश को कोई सपना आया होपर इतनी लंबी कैसे ये एक रहस्य है क्यों कि उस गांव में मोनिका नाम की कोई लड़की भी नही थी और नही कोई उसके पिता तो आखिर ये सब हुआ कैसे बहुत अजीब सा लगता है एक ख़ौफ़ सा

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