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डायन का बदला || Dayan Ka Badla || 2021 ||


 


क्या डायन सचमुच में होती है या कोई अंधविश्वास है।
हर लोग हर तरह के किस्से सुनाते हैं पर क्या ये सबकुछ वाकई में सच है, या कोई,,,,,,,
आज भी ग्रामीण क्षेत्रोँ में इन चिजों पे आंख बंद करके भरोसा किया जाता है।
यहां तक कि इस अंधविश्वास में कई लोग अपनी जान तक गवां देते है लेकिन फिर भी उनकी आंखें नही खुलती और वो लगातार इन चीज़ों को दोहराते रहते हैं।

इस डायन के नाम पर लोग ठगी कर रहे हैं , कई बच्चों की बलि तक पड़ जाती है और यही नही तंत्र मंत्र के नाम पर महिलाओं का शारिरिक शोषण किया जाता है।

लेकिन फिर भी इन बातों को लोग समझ नही पाते और इन चीज़ों का शिकार हो रहे हैं।

ये सब घटनाये सिर्फ ग्रामीण क्षेत्र में नही बल्कि शहरों में भी देखने को मिलता है।
क्या ये डायन , भूत प्रेत एवं तंत्र मंत्र ये सभी झूठ हैं क्या इन चीज़ों के आड़ में ठगी ही कि जाती है।
लेकिन ऐसा कहना बिल्कुल गलत होगा कि ये सब गलत हैं , गलत ये सब चीजें नही बल्कि गलत लोगों का विस्वास होता है लोग हर उन तांत्रिकों के चंगुल में आ जाते हैं जो खुद गलत होते हैं उनके इरादे गलत होते हैं वे सिर्फ पैसे एवं महिलाये तथा बच्चों का शोषण करते हैं।
आपको उन लोगों से बचना है जो इन चीजों को लेकर गलत अफवाह फैला रहे हैं।


क्यों कि भूत प्रेत एवं डायन ये सभी चीजें होती हैं पर ऐसा नही की ये सब चीजें हर किसी को दिखे और उस पर लोग अपनी सिद्धि प्राप्त कर लें, ये सबकुछ इतना आसान नही होता क्यों कि आत्माएं बेहद जिद्दी होती है।
और आज एक ऐसी ही सच्ची एवं ख़ौफ़नाक घटना आपको मैं बताऊंगा।।

ये कहानी है एक बच्ची की जिसकी देखरेख एक डायन ने की यानी ये कहा जाए कि बचपन से हीं उसने पाल पोश कर बच्ची को बड़ा किया।।
बात दअरसल ये हुई थी की ये बच्ची किसी और की थी उसे किसी औरत ने जंगल मे छोड़ दिया था क्यों कि आपलोग तो जानते ही हैं कि हमारे समाज की सोच कैसी है वे लोग अभी भी लड़कों को ऊंचा दर्जा देते हैं और लड़कियों को हीन भावना से देखते हैं


पर ये सोचना बिलकुल भी गलत है क्यों कि लड़कियां किसी भी मामले में पुरुषों से कम नही है और अगर कोई उनके बारे में गलत सोचता है तो ये हमारी समाज की बहुत बड़ी बुराई है जिसे मिटाना बेहद ज़रूरी है।।
जिस किसी औरत ने उस बच्ची को जंगल मे फेंका था उसी को एक और औरत ने उठा लिया और वो औरत एक डायन थी जिसने उस बच्ची की देख भाल की,,,,,,,,
उस लड़की की पूरी बचपन उस डायन के घर बीती, और अब वो पूरे 7 साल की हो चुकी थी।

ऐसी बात नही थी कि उस डायन ने उस बच्ची की देख भाल अच्छे से नही की , उसने पूरे लाड प्यार से उसकी देखरेख की और वो उसे बेहद चाहती थी।
समय बीतता गया और डायन तो डायन ही होती है और उस डायन ने उस बच्ची को भी उसी में ढालने लगी, डायन अपने सारे गुण उस लड़की को सीखाने लगी , और कहा जाता है कि जैसी परवरिश मिलती है वो व्यक्ति उसी के अनुकूल ढल जाता है औऱ यही हुआ उस बच्ची के साथ वो सारे गुण उस डायन से सीखती चली गयी , और जैसे जैसे वो डायन कहती वो बच्ची वैसा ही काम करती और धीरे धीरे वो इस काले जादू टोने को सिख रही थी।।


और ये क्रिया यहीं समाप्त नही हुई बल्कि इसके बुरे परिणाम सामने आने शुरू हुए।।
और ये बात बिल्कुल सच है कि डायन किसी भी जीव को मारने में संकोच नही करती है और यही काम वो बच्ची भी करने लगी , वो किसी भी बिल्ली या पंछी को मार कर उसका दिल निकाल कर खा जाती थी।

और वो बच्ची अपनी माँ के साथ रात के अंधेरे में शमशान में जाया करती थी वो वहां आत्माओं को जागृत करती थी और वो वहां रूहों को अपने अंदर बुलाती थी उनसे बात किया करती थी।
ये सारी चीजों को वो बच्ची अपनी माँ से सीखती थी।

वो बच्ची तब तक अपनी माँ के साथ उस शमशान में जाती रही जब तक कि उसकी उम्र 12 बर्ष नही हो गयी, और जब वो पूरे 12 बर्ष की हो गयी तो उसकी माँ ने उसे अकेले ही शमशान में जाने को कहा।।।।
ये पहली दफा थी कि उस बच्ची को अकेले ही शमशान में जाना था बगैर अपनी माँ के


वो बच्ची डर रही थी लेकिन वो बहुत हिम्मत जुटा कर शमशान जाने को राजी हो गयी, जब वो जाने के लिए श्मशान के रास्ते मे गयी तो वहां चारों ओर अंधेरा था।
उस अंधेरे में घनी झाड़ियां बेहद डरावनी लग रही थी लेकिन फिर भी वो लड़की आगे की ओर बढ़ती जा रही थी।।

और वो शमशान पहुँच गयी तो वो लड़की उसी जगह पे गयी जहां उसकी माँ बैठ कर आत्माओं की आवाहन करती थी। उतने वक्त से वो लड़की सब कुछ अपनी माँ से सिख चुकी थी और अब उसकी बारी थी ये सब कुछ करने की , शमशान में भटकती आत्माओं को बुलाने की उनसे बात करने की पर ये सब कुछ उस लड़की के लिए उतना आसान नही था।।!!
उस लड़की ने भी वही क्रिया दोहराया जिसको उसकी माँ किया करती थी, ये सब करते हुए पूरे 1 घंटे बीत चुके थे पर अब तक कोई भी आत्मा उसके पास नही आई।।
उस लड़की को लगा कि ये सब हम से नही हो पायेगा और ये सारी चीज़ें झूठ हैं।।

पर जैसे ही वो लड़की उस आसन से उठने लगी तभी अचानक वहां तेज़ हवा चलने लगी, सामने कुंड में जल रही आग हवा के झोंके से इधर उधर बिखर गए और आग बुझ गयी।।
उस लड़की ने अपनी आंखें बंद कर ली थी। फिर अगले ही छण वो हवा रुक गयी और उस लड़की के पीछे किसी औरत की आवाज़ आयी, लड़की बहुत घबरा गई उसने अपने चारों ओर देखा लेकिन उसे कुछ भी नही दिखा, पर उस आत्मा की आवाज़ उस लड़की की कानो में गूंज रही थी।
वो लड़की तुरंत वहां से भाग कर अपनी माँ के पास आ गयी और सारी बात बतलाने लगी


उसकी पूरी बात सुन उसकी माँ यानी डायन ने बताया कि वो आत्मा अब तुम्हारे अंदर आ चुकी है औऱ वो तेरी हर इच्छा पूरी करेगी।।
लड़की डर गई और कहने लगी कि नही मुझे कुछ नही चाहिए कृपया करके उस आत्मा को मेरे शरीर से निकाल दीजिये अगर मुझे पता होता तो ये काम बिल्कुल भी नही करती मैं बस उत्सुकतावश आपको देख कर ये सब करने लगी पर मुझे डर लगता है और मुझे इस चीज़ से बाहर कर दें।।।

तब उस डायन ने कहा कि तुम्हे मालूम होना चाहिए कि तुम एक डायन की बेटी हो तुम्हे किसी जंगल मे फेंक दिया था तब से मैं तुम्हारी देख भाल कर रही हूं।
और मैं कभी नही कि चाहूंगी कि तुम्हारे साथ कुछ अनिष्ट हो , क्यों अब मेरी तबीयत ठीक नही रहती और इस कारण मैं उस आत्मा की पूजा नही कर पाती अगर ज्यादा दिन तक ऐसा हुआ तो आत्मा हम पे भी हावी हो जाएगी और मुझे भी मार डालेगी, और यहां तक कि वो तुम्हे भी नही छोड़ेगी।।

इसी कारण मैंने अब ये काम तुझे दे दी है आज से उस आत्मा की पूजा तुम ही करोगी और तुम जो चीज़ चाहोगी वो तुम्हे लाकर देगी पर याद रखना उसकी पूजा मत छोड़ना वरना वो तुम्हे बर्बाद कर देगी।।
वो लड़की और डायन गांव से दूर जंगल मे रहती थी पर एक दिन क्या हुआ कैसे हुआ कोई भी नही जानता गांव के लोगों को भनक लग गयी कि जंगल मे एक डायन रहती है जो हमारे गांव पे बुरी नज़र रखे हुए है।।
और एक दिन दर्जन भर आदमी उस डायन को ढूंढने के लिए जंगल मे चले गए, जंगल मे काफी देर भटकने के बाद उनलोगों को एक झोपड़ी दिखी वे लोग समझ चुके थे कि ये घर डायन का ही होगा


वे सभी लोग उस झोपड़ी की तरफ जाने लगे , जैसे ही वे लोग वहां पहुँचे उन्होंने देखा कि सामने बिस्तर पे एक औरत सोई हुई है।
उन्हें समझ आ गया कि यही वो डायन है और उनलोगो ने उस औरत को पकड़कर खिंचते हुए गांव में ले आये और वहां लेकर एक खंभे से उसे बांध दिया।।
कुछ ही देर में सारे गांव वाले वहां जुट गए , वो डायन रहम की भीख मांग रही थी कि मैंने कुछ नही किया हां मैं डायन हूं पर आज तक किस को कुछ नही किया।।

पर लोग उसकी बात सुनने को तैयार नही थे लोगों ने उस डायन पर मिट्टी का तेल छिड़क उसे जिंदा ही जला दिया वो डायन जलकर भस्म हो गयी।।
उस दिन संयोग बस उसकी बेटी वहां नही थी नही तो गांव वाले उसे भी जान से मार देते।।

पर जब वो लड़की अपने झोपड़े में पहुँची तो वो वहां अपनी माँ को नही पाई उसने हर जगह आवाज़ लगाई , उस लड़की को लगा कि शायद उसकी माँ किसी काम से गांव में चली गयी होगी , लेकिन काफी देर तक इंतजार करने के बाद जब उसकी माँ नही आयी तो उस लड़की को शक होने लगा कि ज़रूर कोई बात है।।
उस लड़की ने भी गांव जाने का फैसला किया ,और गांव की तरफ़ चल दी।।

जब वो गांव में पहुची तो कई सारे बच्चे के मुह कहते हुए उसने सुना कि कल एक डायन को यहाँ जलाया गया था।।
लड़की ये बातें सुनकर रोने लगी वो समझ चुकी थी की गांव वाले ने सचमुच में मेरी माँ को मार डाला है , अब मैं सच मे इन गांव वालों को नही छोडूँगी।।
लड़की ने उस गांव में ही रहकर उनसे बदला लेने की सोची और उस गांव में अपना नाम अम्बिका रख ली , और उसी गांव के बच्चों के साथ रहने लगी।


अम्बिका गांव में ही लोगों के यहां जाकर साफ सफाई कर एवम काम मे हाथ बटाकर कुछ पैसे अर्जित कर लेती है , धीरे धीरे वो उस गांव के लोगों के साथ घुल मिल गयी थी।
अब वो पूरे 18 बर्ष की हो गयी थी लेकिन गांव के किसी भी व्यक्ति को यह मालूम नही हुआ कि ये उसी डायन की बेटी है जिसे हमलोगों ने जिंदा जला दिया था।।
अम्बिका इतने दिन गांव में रह चुकी थी की अब तक वो गांव के हर चीज़ों से वाकिफ हो गयी थी , और जहां तक बात है गांव के बच्चों की तो वो अम्बिका से बहुत लगाव रखते थे वे ज्यादातर समय अम्बिका के साथ ही बिताया करते थे।।

18 बर्ष की उम्र में ही अम्बिका इतनी समझदार हो गयी थी कोई सोच भी नही सकता था कि एक बच्ची इतनी तेज हो सकती है।।
वो तो बचपन से अपनी माँ से डायन की हर गुण सिख रही थी उसकी माँ के मरने के बाद भी वो डायन की गुण सीखना नही छोड़ी , वो हर एक क्रिया करती गयी जैसा कि उसकी माँ ने उसे बताया था और अब वो इन सब चीजों को लेकर बहुत परिपक्व हो गयी थी।।

अब वक्त आ गया था गांव वालों से बदला लेने की और अम्बिका पूरी तरह तैयार थी वो जानती थी कि गांव वाले कभी उस पर शक नही कर सकते हैं और इसी चीज़ का फायदा उसे उठाना था।।
एक बार अम्बिका अपने सहेलियों को जंगल घुमाने के लिए ले गयी , और इसकी भनक किसी को भी नही लगने दी , उन लोगों के लेकर अम्बिका जंगल के बहुत अंदर आ चुकी थी


जंगल के इतने भीतर आ कर उसकी सहेलियों को डर लगने लगा , उनलोगो ने कहा कि अम्बिका हमे इस जंगल से बाहर ले चलो मुझे बहुत घबराहट हो रही है और मुझे तो यहां से निकलने का रास्ता भी नही मालूम।।
अम्बिका ने कहा कि तुम लोग डरो मत मैं तुम सब को ले चलूँगी, और इधर उधर की बातें कर अम्बिका उन लोगों को आने जाल में फंसा रही थी बस उसे रात होने की प्रतीक्षा थी।।
धीरे धीरे शाम होने लगी उसकी सहेलियों को समझ आ गया कि कुछ तो बात जरूर है आखिर अम्बिका को ये घना जंगल इतने अच्छे से कैसे पता है ये ज़रूर हमलोगों के साथ कोई खेल खेल रही है।।

अम्बिका ने कहा कि तुमलोग परेशान मत हो बस रात होने वाली है आज यही रुक जाते हैं।
तभी उसे सहेलियों ने कहा कि तुम पागल हो गए हो क्या इस जंगल मे अगर की जंगली जानवर आ गया तो हमलोगों को जिंदा खा जाएगा औऱ तुम यहाँ रुकने की बात करते हो मैं नही रुकूँगी और हैम सब यहां से जा रहे हैं और तुम्हे रुकना है तो रुको इस जंगल मे और यह कह उसकी सहेलियाँ जाने लगी ।।

तभी अम्बिका ने अपने पास से एक कागज की पुड़िया निकाली और और उसे हवा में उड़ा दिया उस पुड़िया को हवा में उड़ाते ही उसकी सारी सहेलियाँ मूर्छित हो गयी और वहीं ज़मीन पर गिर गयी।।
अम्बिका ने वही क्रिया उन सारी लड़कियों के साथ किया जो उसकी माँ ने उसके साथ किया था उसने आत्माओं को उनके अंदर प्रवेश करा दिया , और जब उन लड़कियों को होश आया तो उन्होंने अपने आप को अपने घर मे पाया।


उन लड़कियों के माता पिता ने उन्हे काफी डांट लगाई और पूछा कि इतने देर तुम सब कहाँ थे।
तब उन लड़कियों ने जबाब दिया कि हमलोग तो यही थे कहीं नही गए थे।
उनकी यादाश्त चली गयी थी उन्हें कुछ भी याद नही था कि उनके साथ क्या हुआ था।।

एक हफ्ते बाद गांव में बात फैलने लगी कि उनकी लडकिया रात को अपने बिस्तर पर अजीब अजीब सी हरकत करती है और यही नही एक लड़की ने अपने माता पिता की जान ले ली और कहां भाग गई किसी को नही मालूम।।
उन लड़कियों के अंदर जो आत्मा आ चुकी थी उसने उन लड़कियों से ये कत्ल करवा रही थी धीरे धीरे गांव की स्थिति बेहद खराब हो गयी गांव में मौतें होने लगी और किसी को कोई कारण पता नही चल पा रहा था।।

आत्माओं का ऐसा कहर बरपा उस गांव पर की कोई सोच भी नही सकता था।।
उस गांव के सारे मर्द मारे गए कोई भी नही बचा, यहाँ तक कि एक बच्चा भी नही, सिर्फ वही लड़कियां ज़िंदा बची जो जंगल गयी थी।।
अम्बिका बेहद खुश हो रही थी ये सब देख कर क्यों कि अब उसका बदला पूरा हो चुका था।।

समय बीतता गया और वे लडकिया और अम्बिका भी कहीं गुम हो गयी ,,,,,
कहा जाता है कि आज भी डायन की आत्मा उसी गांव में निवास करती है।
आखिर उतनी सारी लड़कियां यहां तक कि अम्बिका भी कहाँ चली गयी किसी को कुछ मालूम नही।।।
और इस तरह डायन का बदला पूरा हुआ उन गांव वालों को किसी निर्दोष को जान से मारने की सजा मिली और सजा थी उनकी मौत।।

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