Amazon .In

ज़िंदा लाश || Horror Stories in Hindi Indian || 2021 ||


 


लोगों का कहना है कि मानवता खत्म नहीं हुई है। लेकिन आज भी हमारे समाज में कुछ ऐसे असामाजिक तत्व मौजूद हैं जो मानवता का हनन करने पर तुले हुए हैं।

और मैं जिस घटना के बारे में बताने जा रहा हूं वह एक अजीबोगरीब घटना है। मेरी यह कहानी आपत्तिजनक ना हो इसके चलते मैं इस कहानी में उस जगह का नाम नहीं बतलाऊँगा


किसी राज्य की यह घटना है वर्ष 2004 की उस राज्य में एक बहुत बड़ा सरकारी अस्पताल था। सरकारी होने के कारण वहां खर्चे कम लगते हैं इसी कारण गरीब से लेकर अमीर लोग भी वहीं आते थे।

उस अस्पताल की व्यवस्था उतनी अच्छी नहीं थी। अमीर लोग तो अपना इलाज कहीं भी करवा सकते थे पर गरीबों का मजबूरी रहता था और इस कारण वह वही आते थे।


गंदगी तो उस अस्पताल में इधरउधर फैले होते थे। इंजेक्शन की गंदी खुशबू उस वातावरण में चारों ओर फैली रहती थी


अस्पताल बड़ा होने के कारण वहां ढेर सारी लाशें निकल जाती। फिर क्या था उसके बाद तो उनके परिवार वालों  की चीत्कार मची रहती थी। दिन हो या रात यह सिलसिला खत्म नहीं होती थी। दिन में तो ऐसा कुछ महसूस नहीं होता था


हां पर रात में बहुत ही भयावह लगती थी। रात में अस्पताल के बाहर तेज चल रही हवा और फर्स पर  रखी लाशों को देखकर शरीर सिहर  जाता है।

वहीं के एक व्यक्ति ने इस घटना की पुष्टि की है उन्होंने ही बताया है कि जब किसी मृत्यु हो जाती थी तो उनकी लाश को वहां पोस्टमार्टम रूम में ले जाया जाता था। पोस्टमार्टम रूम की हालत तो आप लोग जानते ही हैं लाशों के साथ कितनी चिरफाड की जाती है देख पाना मुश्किल होता है


बहुत सारे लोग कहते हैं कि लाशों को  बेरहमी से चीर फाड़ कर छोड़ दिया जाता है। पर बात यही तक सीमित रहती तो कोई बात नहीं थी लेकिन वहां के कर्मचारियों ने जो कांड किया है वह माफी के काबिल नहीं है। और उसकी सजा उन्हें खुद मिली है। आखिर कैसे आइए जानते हैं।

होता यूं था कि वहां के कर्मचारी क्या करते थे की जब किसी अच्छे घर के परिवार की लाश वहां पोस्टमार्टम के लिए जाती वे लोग लास के साथ दुष्कर्म करते थे। ज़रा सी भी उनके आंखों में शर्म की भावना नहीं आती थी। उनका हृदय नहीं काँपता था ऐसा करते हुए कितने गिरे हुए व्यक्ति होते हैं जो इस तरह की घिनौनी हरकत करते हैं। पर उन कर्मचारियों को जो सजा मिली वो बहुत ही खौफनाक थी।

हुआ यूं कि एक दिन जब वे कर्मचारी लाशों के साथ गंदी हरकत कर रहे थे। रात का समय था उस पोस्टमार्टम रूम में  3 कर्मचारी मौजूद थे। पोस्टमार्टम रूम अस्पताल से भी थोड़ी दूर और शहर से थोड़ी दूर एकांत जगह में थी। रात को 11:00 बज रहे थे। 


उन लोगों के पास पोस्टमार्टम के लिए 30 साल की औरत की एक लाश आई थी


वे लोग जब उस औरत की लाश के साथ गंदी हरकत करने जा रहे थे। जैसे ही उसके  शरीर पर से चादर को हटाया तो अचानक ही उस रूम में रखी सभी सामने तेजी से इधर उधर बिखरने लगीउस रूम में ढेर सारी औरतों की  कराहने की आवाज गूंजने लगी  मानो कोई दर्द से छटपटा कर बेचैन हो रहा हो। डरावनी आवाजें सुनकर इन लोगों का हाल बेहाल हो गया


वे लोग वहां से भागने की कोशिश करने लगे।

दरवाजे को जैसे ही उन लोगों ने खोलना चाहा दरवाजा नहीं खुला। इन लोगों ने खोलने की काफी मशक्कत की लेकिन वह दरवाजा नहीं खुला।

अचानक ट्रॉली पर पड़ी लाशें अपनेआप नीचे गिरने लगी,  लाशों के चेहरे पर से चमड़ी उतर चुकी थी। उनका चेहरा एकदम डरावना हो गया था। यह देख इन लोगों की हालत खराब हो गई।  इन लोगों ने देखा की लाशें इनकी ओर खिसक कर आ रही है। इन लोगों ने बहुत चिल्लाया लेकिन कोई भी बाहरी व्यक्ति इनकी आवाज को नहीं सुन पा रहा था। 

और जब सुबह हुई तो उन तीनों की लाश वहां पर मिलीलाश की हालत इतनी बुरी थी कि उनका चेहरा पहचानना भी मुश्किल हो रहा था। मानो किसी ने उन्हें कच्चा चबाया हो।

इतनी बुरी हालत में मिली लाश को देख वहां मौजूद सभी लोगों में कई दिन तक खौफ सा छाया रहा। किसी को मालूम नहीं पड़ा आखिर यह कैसे हुआ।

कहां जाता है अच्छे करने वालों के साथ अच्छा होता है और बुरा करने वालों के साथ बुरा


मरने के बाद जब तक लाश को जलाया नहीं जाता तब तक उसकी आत्मा को शांति नहीं मिलती और उसका रूह इधरउधर भटकता रहता है। घटना जानने के बाद यह कहा जा सकता है कि उसे किसी भूत प्रेत ने हीं मारा होगा

Post a Comment

0 Comments