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प्यासी आत्मा || Real Bhoot Stories in Hindi || 2021 ||


 


आज से लगभग 3 वर्ष पहले की बात है हमने दिल्ली की पंचशील कॉलोनी में चौथी मंजिल पर एक फ्लैट किराए पर लिया था यहां के निवासी प्रायः  अपने अपने कार्यों  में व्यस्त रहते थे।  यहां के फ्लैटों में चुप्पी ही छाई रहती थी।  यहां रहते रहते हमें 6 महीने बीतने जा रहे थे।

 

सब सामान्य चल रहा था एक दिन अचानक रात को आठ नौ बजे हमें लगा कि कोई बहुत जोर से दरवाजा खटखटा रहा है। हम चौक गए।


मेरे पति दरवाजे पर गए और दरवाजे की दरार से झांक कर देखा तो उन्हें कोई बैंगनी रंग के वस्त्र पहने दरवाजे पर खड़ा है। उन्होंने दरवाजा खोल कर देखना चाहा लेकिन वहां कोई नहीं था।


उसी समय बच्चे बाहर से ऊपर आए। पति ने उनसे इस बारे में पूछा तो उन्होंने साफ इंकार कर दिया कि उन्होंने ऐसे किसी आदमी को देखा है।

 

अगले दिन सुबह के लगभग 6:00 बजे होंगे। हमें ऊपर से पानी गिरने की आवाज सुनाई दी, मैं चौंक गयी कि पानी कौन गिरा रहा है। आने में जाकर देखा तो वहां पानी गिरा हुआ था मैंने पूरी छत देखी लेकिन कोई भी नहीं मिला


फिर उसी दिन शाम को लगभग 6:00 बजे फिर से पानी गिरने की आवाज सुनाई थी। मैंने जाकर देखा तो उस स्थान पर फिर से पानी गिरा हुआ था, लेकिन वहां कोई भी नहीं था।पानी गिरने का यह सिलसिला अगले 1 सप्ताह तक चला।

 

उन्ही दिनों एक घटना और हुई। जन्माष्टमी का दिन था हम सपरिवार बाहर घूमने के बाद 9:30 बजे घर लौटे। हमने बच्चों को भोजन करवाया और उन्होंने स्टील के गिलास में पानी पिया। पानी पीकर उन्होंने गिलासों को मेज पर रख दिया


करीब 10 या 11 बजे की बीच की बात होगी। हम लोग बच्चों को भोजन करवाकर खुद खाना खाने बैठ गए तभी ऐसा लगा कि कोई बहुत तेजी से कमरे में दाखिल हुआ हो , और तभी मेज पर रखा एक गिलास अपने आप पिचक गया।

 

इस घटना से हम लोग बहुत भयभीत हो गए। हमने एक पंडित को घर दिखाया तो उन्होंने बताया कि उस फ्लैट में किसी ऐसे व्यक्ति की आत्मा का निवास है, जो प्यासा मर गया था


अतः पानी देख कर वह एकदम आ जाता है। उसके बाद हमने फ्लैट छोड़ दिया। बाद में हमें पता चला कि उस मकान मालकिन की भी मृत्यु हो गई।

” यह घटना दिल्ली की रहनेवाली कुमकुम सहानी के साथ घटित हुई थी

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