गहरी नींद में सो रही मिताली आधी रात को डरकर अचानक अपने बिस्तर पर बैठ जाती है। डर से उसका बुरा हाल था वह पसीने से पूरी तरह भीगी हुई थी।
मिताली की आवाज सुन उसकी मां भी जाग जाती है और मिताली से पूछने लगती है क्या हुआ तुम इतना घबराई हुई क्यों हो।
लेकिन लड़खड़ाते जुबान से मिताली कुछ कह नहीं पा रही थी
तभी मां ने कहा ठीक है इस कमरे में अभी अंधेरा छाया हुआ है। और यह कह मां लालटेन जलाने के लिए कमरे से बाहर चली जाती है। इधर डर से मिताली के दोनों आंखों की पुतलियां फैल चुकी थी।
मां को बाहर गए अभी कुछ ही क्षण हुए थे कि अचानक मिताली उस अंधेरे में घर का दरवाजा खोल दौड़ते हुए घने जंगलों की ओर जाने लगती है।
मां मिताली को देख उसे रोकने के लिए आवाज लगाती है लेकिन वह फिर भी नहीं रुकती
मां को पता था इतनी रात गए जंगलो की ओर जाना खतरे से खाली नहीं है इसलिए मां ने तुरंत ही लालटेन को हाथ में लिए खुद भी जंगलों की तरफ जाने लगी।।
देखते ही देखते मिताली अपनी मां की नजरों से ओझल हो गई।
मां ने काफी देर तक उस घने जंगल में मिताली को आवाज लगाई लेकिन उधर से उसका कोई उत्तर नहीं आया, मिताली को ढूंढने के लिए सुबह का इंतजार करने के सिवा मां के पास और कोई चारा नहीं था इसलिए मां अपने घर को वापस आ जाती है।
घर पहुंच कर वह सुबह होने तक का इंतजार करती है। सुबह होते ही मां जब मिताली को ढूंढने के लिए जंगल की तरफ जाने के लिए सोचती है तभी अचानक दरवाजे पर उसे मिताली खड़ी दिखती है। मां घबरा जाती है और पूछने लगती है इतनी रात को तुम कहां थी। मिताली काफी डरी हुई थी इसलिए मां ने उसे कहा ठीक है पहले अंदर आओ इसके बाद मुझे पूरी बात बताओ आखिर तुम्हारे साथ क्या हुआ।।
मां ने मिताली की और पानी का एक ग्लास बढ़ाते हुए पूछा, आखिर इतनी रात को जंगलों की तरफ तुम क्यों गए थे।
मिताली ने कहा, मां मुझे नींद आती है लेकिन मैं सो नहीं पाती क्योंकि मैं जब भी सोती हूं तो मुझे अपने सपने में एक बहुत ही डरावनी शक्ल की औरत दिखती है जो मुझे अपने पास आने को कहती है।
तभी मां कहती है कि तुमने कोई बुरा सपना देखा होगा तुम आराम करो अब तुम्हें कुछ नहीं होगा
लेकिन मिताली काफी डरी हुई थी वह कहती है नहीं अगर मैं सो जाऊंगी तो वह मुझे अपने सपने में इधर उधर ले जाएगी।
रात भर की थकान से मिताली की अंधमुंधि आँखें बात करते करते अचानक लग जाती है और मिताली गहरी नींद में चली जाती है।
मिताली की मां को लग रहा था शायद थकान की वजह से मिताली यह सब बातें बता रही है शायद सोने पर उसे थोड़ा आराम आए।
दोपहर के एक बज रहे थे बाहर तेज धूप थी। मां को कुछ काम था लेकिन इस बार मां मिताली को अपने नजरों से ओझल होने नहीं देना चाहती थी। इसलिए मां वहीं बैठी रही मिताली के बगल में…..
मिताली को सोए हुए अभी 10 मिनट हुए थे अचानक दरवाजे पर किसी की दस्तक देने की आवाज आई , मां एकदम से घबरा गई उन्हें लग रहा था इतनी तेज धूप में आखिर बाहर कौन हो सकता है।
और मां दरवाजा खोलने के लिए चली जाती है। माँ ने दरवाजे को खोला तो उनके सामने एक औरत थी। मां ने उनसे पूछा क्या चाहिए आपको, तो उस औरत ने धीमी आवाज में कहा, मेरा एक छोटा बच्चा है जो खेलते खेलते कहीं गुम हो गया क्या आपने उसे देखा है। मैं काफी देर से उसे ढूंढ रही हूं वह मुझे नहीं मिला रहा।।
मां ने कहा नहीं मैंने किसी बच्चे को नहीं देखा और यह कह मां दरवाजे को बंद कर लेती है।
मां फिर से मिताली के बगल आकर बैठ जाती है। थोड़ी देर में मां ने देखा कि मिताली नींद में भी बेचैन नजर आ रही है। वह लगातार हाथ पैर इधर–उधर कर रही थी। ऐसा लग रहा था मानो उसे किसी ने कसकर जकड़ लिया हो।
मां उसे तुरंत ही जगाने लगती है। लेकिन तभी मिताली फिर अचानक शांत हो जाती है।
मां को लगता है शायद फिर से उसने कोई बुरा सपना देखा होगा मुझे इसे नहीं जगाना चाहिए ।।
लेकिन मिताली नींद में जब करवट लेती है तो उसकी पीठ पर बने पंजे के निशान देख मां के होश उड़ जाते हैं।
मां ने तुरंत ही मिताली को नींद से जगा दिया और पूछने लगी की आखिर तुम्हारे पीठ पर यह निशान कैसे।।।
मिताली ने कहा मुझे कुछ भी मालूम नहीं मुझे यह भी नहीं पता कि मैं जंगल की तरफ गई भी थी।।
मिताली ने तुरंत ही अपने मां से कहा, वह औरत कोई साधारण औरत नहीं वो एक प्रेत है जो मुझे नहीं छोड़ेगी , वह हर समय मेरे पास ही रहती है। वह हर बार मुझे अपने साथ लेने के लिए आती है।
अब मां को भी समझ आ गया था कि वह औरत जो बाहर दरवाजे पर आई थी वह प्रेत ही थी। और मिताली के पीठ पर बने निशान देख मां को पूरा यकीन हो गया था कि हमारे घर के अंदर कोई आत्मा मौजूद है।
जो हमारी हर हरकत पर नजर रखे हुए है। मां ने मिताली को लेकर तांत्रिक के पास जाने के लिए सोचने लगी।।
तांत्रिक के पास पहुंच इन्होंने सारी बात बताई। तांत्रिक ने कहा ठीक है पहले मैं आपके घर को देखना चाहता हूं और यह कह तांत्रिक उनके घर की ओर उनके साथ आने लगा।
उनके घर को देख तांत्रिक को झटका लगा उसने कहा, आपको पता होना चाहिए कि आपका घर एक कब्र के ऊपर बना हुआ है। इसके नीचे कई सारी लाशे दबी हुई है। अगर आपने जल्दी ही इस घर को नहीं छोड़ा तो आपको कोई नहीं बचा सकता।
उन्होंने उसी समय सारा सामान बांधकर उस गांव को छोड़ कर चल दिए। उन्होंने गांव वाले को भी नहीं बताया था कि आखिर वह लोग कहां गए। उन्हें डर था कि कहीं वह प्रेत फिर से उनका पीछा ना करने लगे।
22 वर्षीय मिताली इस घटना की पुख्ता सबूत थी। इसके बाद मिताली ने उस घटना को फिर कभी याद नहीं किया क्योंकि वह खौफनाक यादें फिर से मिताली को सोने नहीं देती। लेकिन वो निशान आज भी मिताली के शरीर से नही मिटी
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