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पिशाच का जन्म || true ghost stories in hindi language || 2021 ||


 



एक मां के लिए बहुत मुश्किल होता है इस तरह की घटना को बताना। दार्जिलिंग की रहने वाली कामिनी अपने साथ घटी इस अजीब घटना को बताने जा रही हैं।

मेरी शादी हुए 2 साल बीत चुके थे लेकिन आज तक मेरा कोई भी संतान नहीं हुआइस बात से मेरे घर वाले एवं मेरे पति काफी तनाव में रहा करते थे। संतान ना होने की वजह से मुझे कई तरह की प्रताड़ना भी मिल रही थी। लेकिन सहसा एक दिन मेरे जीवन में एक भयानक परिवर्तन हुआक्या वह परिवर्तन मुझे सुख देने वाली थी या बहुत दुख देने वाली


एक बार रात को मुझे सपने में कुछ अजीब अजीब सी चीजें दिखाई देने लगीमैंने देखा की मैं एक बहुत ही सुनसान जगह में खड़ी हूं वहां दूरदूर तक मेरे सिवाय कोई भी नहीं हैचिलचिलाती धूप है बहुत तेज गर्मी पड़ रही है। और मैं वहां उस बियावान में अकेले खड़ी हूं। तेज गर्मी की वजह से मेरे पूरे बदन से पसीने छूट रहे थे मैं काफी सहमा –सहमा इधर उधर देख रही थी। तेज धूप की वजह से ऐसा लग रहा था मानो मेरे चारों ओर तालाब हो।


गर्मी से व्याकुल मैं इधर उधर हो रही थी लेकिन अचानक ही मेरी नजर वहां दूर खड़े एक छोटे से बच्चे पर पड़ी। मैं उसे अपना बच्चा समझ कर उसकी ओर चल पड़ा देखने के लिए…..

जैसे ही मैं वहां पहुंची मैंने देखा कि वह बच्चा वही जमीन पर लेटा हुआ है और उसके शरीर में आग लगी हुई है। आग की गर्मी की वजह से वह बच्चा झुलस रहा था। आग की वजह से जलकर उसके शरीर से चमड़ी जलकर हड्डिया छोड़ रही थी। उस बच्चे का चेहरा पूरा जल चुका था लेकिन फिर भी वह मुझे देख कर हंसे जा रहा था। यह देखकर मेरे रोंगटे खड़े हो गए थे। डर के मारे मैं जोर जोर से चिल्ला रही थीफिर मैंने अचानक देखा कि वह बच्चा उठ खड़ा हुआ , जिसका शरीर का लगभग सभी हिस्सा जल चुका था लेकिन वह फिर भी जीवित था और वह मेरी कलाइयां पकड़ लीऔर कहने लगा आओ मेरे साथ…. जैसे ही उसने मेरी कलाइयां पकड़ी शरीर में एक बहुत ही विचित्र तरह का एहसास हुआमैं बहुत जोर से चिल्लाई और मेरी आंखें खुल गई


जब सुबह हुई मैं बहुत परेशान थी इस तरह के डरावने सपने आज तक मैंने कभी नहीं देखे थे। मैं किसी तरह उस सपने को पूरी तरह से भुलाने की कोशिश कर रही थी।

दोतीन महीने बाद मेरे पति मुझे एक डॉक्टर के पास ले गए यह दिखाने के लिए कि मेरे पेट में कोई संतान है भी या नहीं।

रिपोर्ट को देख मेरे भी होश उड़ गए मेरे कोख में कोई चीज सांस ले रही थी। मेरे पूरे परिवार में खुशी की लहर दौड़ गई थी। जो लोग मुझे ताने मारते थे आज वह लोग मुझे बधाई दे रहे थे। घर में खुशियां मनाई जा रही थी।


मेरे लिए यह बहुत बड़ी खुशी की बात थी लेकिन पता नहीं क्यों मेरे अंदरएक डर सिराहने करवट मार कर सो रही थी।

समय बिता महीनों बाद मेरी एक संतान हुईवह लड़का था। यह देखकर मेरे घरवाले काफी खुश थे। इतनी बड़ी खुशी की बात थी इसलिए मेरे घर में अनेक तरह की खुशियां मनाई जा रही थी।

मैं यही सोचे जा रही थी कि मेरे जीवन में अचानक यह परिवर्तन कैसे हुआयह मुझे थोड़ा अजीब सा लग रहा था। पता नहीं क्यों मेरा मन इस खुशी को स्वीकार नहीं कर रहा था। आगे मेरे साथ क्या होने वाला था यह मुझे मालूम ही नहीं था।

एक महीने बाद एक बार रात को मैं अपने बच्चे को अपने कलेजे से लगाकर सोई हुई थी। मैं पूरी तरह से नींद में ही थी कि मुझे अचानक ऐसा लगा मानो मेरे कानों में कोई कह रहा होकामिनी मैं वही हूं……

यह सुन मेरी नींद तुरंत ही खुल गईमैंने अपने अगलबगल देखामुझे कुछ नजर नहीं आईरात की खामोशी अभी कमरे से दूर नहीं हटी थी।

मुझे लगा शायद यह मेरा कोई वहम होगा। और फिर से मैं चिर निद्रा में चली गई। फिर नींद में मैंने जो स्वप्न देखीवह इतना डरावना और इतना भयानक था इसका वर्णन में अपने शब्दों में नहीं कर सकती।


मैंने देखा कि मेरा बच्चा मेरे सीने से लग कर सोया हुआ है और अचानक ही मैंने देखा कि वह बच्चा अपने दोनों हाथ से मेरे कोख को चीरे जा रहा है। उसके हाथ के नखनाखूनपहले जैसे बिल्कुल भी नहीं थे वह बेहद लंबे और नुकीले थे। लाल आंखें डरावने चेहरे मेरे पूरे बदन को चीरे जा रहा था। मैं दर्द से छटपटा रही थी। मुझे ऐसा लग रहा था मानो मेरे कोख से कोई पिशाच जन्म लिया हो। मैं अपने बचाव के लिए अपने ही बच्चे का गला दबाने लगीऔर अचानक मेरी नींद खुल गई।

और इसके बाद मैंने जो देखा मैं मैं नहीं रहीमेरा पूरा जीवन तबाह हो गया। जैसे ही मेरी नजर मेरे बच्चे पर पड़ीवह मर चुका था यह देख मैं जोर जोर से रोने लगीमेरे परिवार वाले वहां जुट गए और मुझसे लगातार सवाल पर सवाल करने लगे… और इसके बाद मेरे साथ क्या हुआ मैं इस कहानी में आपको इससे ज्यादा नहीं बता सकती……

मैं खुद भी हैरान थी मैं तो अपने बच्चे को अपने साथ लेकर सोई हुई थी वह मर कैसे गया। बाद में मुझे यह ख्याल आया उस स्वप्न में मैंने जिस बच्चे का गला दबाया था क्या वह मेरा ही बच्चा था पर यह कैसे हो सकता है। स्वप्न सच कैसे हो सकते हैं

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